NEP 2020 In Hindi: राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अंतर्गत, इस सत्र से प्रदेश की सभी यूनिवर्सिटी में कई महत्वपूर्ण बदलाव लागू किए गए हैं। यह नई नीति छात्रों को उनके रुचियों और भविष्य की आवश्यकताओं के अनुसार कौशल आधारित शिक्षा प्रदान करने पर जोर देती है। इस प्रणाली के तहत, छात्रों ने न केवल अपने पसंदीदा विषयों का चयन किया है, बल्कि वोकेशनल कोर्सेज में भी भाग लिया है। अब, पहली बार NEP के अंतर्गत सेमेस्टर परीक्षाएं आयोजित की जाने वाली हैं। हालांकि, परीक्षा के पैटर्न में बदलाव, सप्लीमेंट्री परीक्षाओं की अनुपस्थिति, और रिवेल्युएशन के विकल्प न होने जैसी नई प्रक्रियाएं छात्रों के लिए निश्चित रूप से एक उलझन पैदा कर रही हैं।

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NEP 2020 In Hindi: छात्रों की चिंताएं
पाठ्यक्रम का यह पहला अनुभव है। हालांकि यह नीति छात्रों को अधिक स्वतंत्रता और रोजगार पर आधारित शिक्षा देने का वादा करती है, लेकिन कई संस्थानों ने इसे पूरी तरह से समझाने में असफलता दिखाई है। परीक्षा प्रणाली में बदलाव, अंकों का नया वितरण और प्रमोशन की प्रक्रिया को लेकर छात्रों में काफी भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
इस मुद्दे पर *दैनिक भास्कर* ने अटल यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक डॉ. तरुणधर दीवान से विशेष चर्चा की। उन्होंने बताया कि NEP छात्रों के समग्र विकास को ध्यान में रखकर बनाई गई है। इसमें विषयों का चयन पूरी तरह से छात्रों की रुचि पर निर्भर करता है, जिससे परीक्षा का दबाव कम होता है। इसके अलावा, सतत आकलन और रोजगार-केंद्रित कौशल विकास पर भी जोर दिया गया है।
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NEP 2020 In Hindi: परीक्षा और अंक प्रणाली
NEP 2020 के तहत परीक्षा में छात्रों का मूल्यांकन दो स्तरों पर किया जाएगा – आंतरिक मूल्यांकन और थ्योरी परीक्षा
1. आंतरिक मूल्यांकन (30 अंक): – इसमें से 20 अंक इंटरनल एग्जाम के लिए निर्धारित हैं। – 5 अंक छात्रों द्वारा किए गए असाइनमेंट के लिए हैं। – 5 अंक उपस्थित रहने के लिए मिलेंगे।
2. थ्योरी परीक्षा (70 अंक): – यह परीक्षा कुल 70 अंकों की होगी, जिसमें मुख्य विषयों को शामिल किया जाएगा।
3. एईसी और वीएसी पेपर (35 अंक): – Ability Enhancement Course और Value-Added Course की परीक्षा का मूल्यांकन 35-35 अंकों में किया जाएगा। – यह परीक्षा 2 घंटे की अवधि में संपन्न होगी।
4. पासिंग मार्क्स: – छात्रों को आंतरिक और थ्योरी परीक्षा में मिलाकर 100 अंकों में से कम से कम 40 अंक प्राप्त करने होंगे। – AEC और VAC विषयों के लिए भी पासिंग मानक यही रहेगा।

NEP 2020: थ्योरी पेपर का प्रारूप
थ्योरी पेपर के लिए प्रारूप इस प्रकार है: 1 अंक के 10 प्रश्न होंगे। इसके अलावा, 4 अंक के 5 प्रश्न और 10 अंक के 4 प्रश्न भी होंगे, जिसमें हर यूनिट से एक प्रश्न शामिल किया जाएगा।
एईसी और वीएसी विषयों के लिए भी इसी तरह का पैटर्न लागू किया जाएगा। इसमें 1 अंक के 5 प्रश्न, 2 अंक के 5 प्रश्न, और 5 अंक के 4 प्रश्न पूछे जाएंगे।
NEP 2020: प्रमोशन की प्रक्रिया
NEP 2020 In Hindi: NEP के तहत छात्रों को प्रमोट करने की प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए गए हैं।
1. 50% क्रेडिट अनिवार्य: छात्रों को ऑड सेमेस्टर (1, 3, 5) और ईवन सेमेस्टर (2, 4, 6) में न्यूनतम 50% क्रेडिट हासिल करने होंगे। इसके बिना, उन्हें अगले सेमेस्टर में जाने का अवसर नहीं मिलेगा।
इसके अलावा, तीसरे और चौथे सेमेस्टर में प्रवेश पाने के लिए, छात्रों को पहले और दूसरे सेमेस्टर की परीक्षाओं में सफल होना पड़ेगा। अगर वे पहले और दूसरे सेमेस्टर की सभी परीक्षाएं पास नहीं करते हैं, तो उन्हें पांचवें सेमेस्टर में भी प्रवेश नहीं मिलेगा।
2. साल बर्बाद होने की संभावना: अगर कोई छात्र पहले और दूसरे सेमेस्टर में सफल नहीं होता है, तो उनका एक पूरा साल बर्बाद हो सकता है, क्योंकि उन्हें अगले सेमेस्टर में जाने का मौका नहीं मिलेगा।
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NEP 2020: सप्लीमेंट्री और रिवेल्युएशन का अभाव
NEP में सप्लीमेंट्री परीक्षा और पुनर्मूल्यांकन की कोई व्यवस्था नहीं है। हालाँकि, कुछ विशेष परिस्थितियों में स्पेशल परीक्षा का विकल्प दिया गया है। यदि एक छात्र छठे सेमेस्टर में पास हो जाता है, लेकिन पांचवें या छठे सेमेस्टर के किसी विषय में असफल रहता है, तो उसे स्पेशल परीक्षा में बैठने का अवसर मिलेगा। यह नियम सिर्फ अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए लागू होगा।
NEP 2020: छात्रों के लिए सुझाव और समाधान
NEP 2020 In Hindi: डॉ. दीवान के अनुसार, NEP छात्रों के लिए एक क्रांतिकारी बदलाव है। लेकिन इसकी सफलता के लिए छात्रों को परीक्षा पैटर्न, अंक प्रणाली और प्रमोशन प्रक्रिया को समय रहते समझना होगा।
- नियमित रूप से पढ़ाई करें और आंतरिक परीक्षाओं को गंभीरता से लें।
- असाइनमेंट और अटेंडेंस का महत्व समझें, क्योंकि यह कुल अंकों में शामिल होगा।
- हर सेमेस्टर में न्यूनतम 50% क्रेडिट हासिल करने की कोशिश करें, ताकि प्रमोशन में समस्या न हो।